वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
२९ अप्रैल, २०१८
पंगोट, उत्तराखंड
प्रसंग:
समाधौ क्रियमाणे तु विघ्नान्यायान्ति वै बलात् ।
अनुसन्धानराहित्यमालस्यं भोगलालसम् ॥ १२७॥
लयस्तमश्च विक्षेपो रसास्वादश्च शून्यता ।
एवं यद्विघ्नबाहुल्यं त्याज्यं ब्रह्मविदा शनैः ॥ १२८॥
~ अपरोक्षानुभूति
अपरोक्षानुभूति को कैसे समझें?
साधना में आखिरी बाधा कौन सी होती है?
क्या साधक को आखिरी बाधा गुरु के बिना ही पार करनी होती है?
साधना में कौन-कौन सी बाधाएँ सामने आती हैं?
साधना में आगे कैसे बढ़ें?
संगीत: मिलिंद दाते